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गगरेट विधानसभा क्षेत्र के ब्रह्मपुर गांव के रहने वाले एनडीआरएफ में बतौर इंस्पेक्टर सेवाएं दे रहे सुरेश कुमार शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए जिन्हें नम आंखों के साथ सैकड़ो क्षेत्रवासियों ने अंतिम विदाई दी।
बताया जा रहा है कि 34 वर्षीय इंस्पेक्टर सुरेश कुमार सपुत्र गुरबख्श सिंह 02 जुलाई 2023 को ड्यूटी पर जाते समय करनाल में एक सड़क दुर्घटना का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे और पीजीआई रोहतक के ट्रामा सेंटर में उपचाराधीन थे, लेकिन सुरेश कुमार ने गत दिवस अंतिम सांस ली।
शनिवार को उनका दाह संस्कार बस स्टैंड दौलतपुर चौक के पीछे श्मशानघाट में कर दिया गया। नूरपुर से आई एनडीआरएफ की टीम ने अपने अधिकारी योगराज की अगुवाई में तिरंगे में लिपटे इंस्पेक्टर सुरेश कुमार को अंतिम सलामी दी,साथ ही परिजनों को ढांढस बंधाया।
इस अवसर पर प्रशासन की तरफ से तहसीलदार घनारी शिखा पटियाल, थाना प्रभारी अशोक कुमार, चौकी प्रभारी सुरजीत सिंह, पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, जिला पार्षद सुशील कालिया सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धाजंलि देते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी।
गौर रहे सुरेश कुमार 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और कुछ वर्ष पहले ही उन्हें डेपुटेशन पर एनडीआरएफ में भेजा गया था और गृह मंत्रालय के अंतर्गत दिल्ली में कार्यरत थे। 2015 में वैवाहिक बंधन में बंधे मृतक सुरेश कुमार की चार साल की बेटी तनिष्का के सिर से जहां हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया तो पंचायत सचिव के पद पर तैनात सुरेश कुमार की धर्मपत्नी प्रिया का रो रो कर बुरा हाल है।
उधर सुरेश के पिता गुरबख्श सिंह ने दुःखी मन से बताया कि जवान बेटे की मौत से सभी गमगीन हैं,लेकिन उन्हें हमेशा नाज रहेगा कि उनका बेटा देश सेवा के काम आया।