अतुल्य भारत 24×7/ चम्बा
हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में यहाँ एक आईपीएस की एंट्री होने जा रही है। बिहार के डीजी पद से सेवानिवृत रविंद्र कुमार चौहान चम्बा या भरमौर में से किसी एक विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। सबसे खास बात ये है कि आईपीएस रविंद्र कुमार चौहान चम्बा जिले के सुनारा कुण्डी के रहने वाले हैं। सियासी गलियारों में आईपीएस रविंद्र कुमार चौहान का नाम तब चर्चा में आया जब वह मुख्यंत्री के चम्बा प्रवास के दौरान उनके साथ चम्बा आए।
आईपीएस रविंद्र कुमार चौहान के बारे में आपको बता दे कहते हैं कि जब बिहार में नक्सली गतिविधियां चरम पर थी और पुलिस अफसर भारी पुलिस फ़ोर्स होने के बावजूद भी नक्सलियों से टकराने से डरते थे। वैसे कठिन समय में नक्सलियों के गढ़ में घुस कर उन्हें मात देने वाले बिहार होमगार्ड के डीजी रविन्द्र कुमार 31 अक्टूबर 2018 को सेवानिवृत्त हो गए थे।लेकिन, उनकी कर्तव्यपरायणता और कर्मठता को ध्यान में रखते हुए एक बार पुनः नितीश सरकार ने बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग का अध्यक्ष बना कर रविंद्र कुमार को उनके ईमानदार प्रयासों के लिए सम्मानित किया है।
गौरतलब है कि इस साल हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में अचानक रविंदर कुमार के चम्बा रुख करने पर चम्बा और भरमौर की सियासत में हड़कंप मच गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्ढा और नितीश कुमार की घनिष्ठता किसी से छुपी नहीं है। सीधे तौर पर बात करें तो यदि रविन्द्र कुमार की राजनीती में आने की इच्छा हुई तो नीतिश के कहने पर जेपी नड्डा रविन्द्र चौहान को टिकट देने की मनाही नहीं कर सकते।
फ़िलहाल तो इस बात को लेकर कोई भी घोषणा भाजपा सरकार के द्वारा नहीं की गई है लेकिन देखना यह है कि रविंद्र कुमार चौहान सदर विधानसभा क्षेत्र चंंबा या फिर भरमौर विधानसभा क्षेत्र की जमीन पर पांव धरकर सक्रिय राजनीति में एंट्री मारने वाले हैं या नहीं? मूल रूप से चंबा जिले से तालुक्क रखने वाले रविंद्र चौहान के मुख्यमंत्री के चंबा दौरे के दौरान चंंबा एंट्री का कुछ तो मतलब है। अन्यथा इतने साल बाद रविंद्र चौहान चंंबा का रुख बिल्कुल भी नहीं करते।