अतुल्य भारत/ ब्यूरो
अग्निपथ योजना को देश में भारी विरोध का सामना लेना पड़ा। देश के कई राज्यों में विरोध काफ़ी हिंसक भी हो गया और सरकारी संपत्तियों को नुक़सान पहुँचाया गया। इस विरोध के चलते अकेले रेलवे को क़रीब 700 करोड़ का नुक़सान हुआ है।
अग्निपथ योजना के विरोध का मूल कारण 4 साल की सर्विस है। इस योजना पर बढ़ते वबाल के बीच उद्योग जगत ने अग्निवीरों को 4 साल की सर्विस के बाद नौकरी देने का ऐलान किया है। कई बड़े कोर्पोरेट घरानो और दिग्गज उद्योगपतियों के बाद अब प्लास्टिक इंडस्ट्री ने भी अग्निवीरों को नौक़री देने का ऐलान किया है।
प्लास्टिक इंडस्ट्री के शीर्ष संगठन प्लास्टइंडिया फाउंडेशन (PlastIndia Foundation) ने बुधवार को कहा कि सेना में 4 साल की सर्विस देने वाले अग्निवीरों में से क़रीब 1 लाख लोगों को अकेले प्लास्टिक इंडस्ट्री नौकरी दे सकता है।