अतुल्य भारत/चंबा
अनुसूचित जाति आयोग के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि दलित वर्ग के उत्थान के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। इस वर्ग की समस्याओं के समाधान और घृणा को खत्म करने के लिए ही आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने सोमवार को होटल इरावती में वे पत्रकारों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा देखने में आया है कि इस वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों को निजी बैंकों द्वारा उच्च शिक्षा ऋण नहीं दिया जा रहा है। इस तरह की शिकायतें भी उनके पास पहुंची है। कहा कि इस मामले को लेकर संबंधित जिलाधीश निजी बैंकों के प्रबंधकों के साथ बैठक करें और लक्ष्य के मुताबिक जरूरतमंद विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए ऋण दिलवाया जाए। ताकि ऐसे विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी भी सूरत में प्रभावित न हो।
उन्होंने कहा कि अभी भी प्रदेश के कुछ जिलों में अनुसूचित जाति के लोगों को अन्य लोग घृणा से देखते है। यहां तक कि प्रीति भोज के लिए भी उन्हें अलग स्थान में बिठाया जाता है। इस तरह के मामले भी प्रदेश में आ चुके है। जिसकी वे निंदा करते है।
इसके लिए आयोग पूरी तरह से मजबूत है और ऐसे मामलों में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और केंद्र सरकार और राष्ट्रीय आयोग को भी शिकायत की जा सकती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वे किसी तरह की शिकायत के लिए स्थानीय जन् प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत करवाए।