लेखक- हेमराज राणा
जिला बिलासपुर के भुई गांव तहसील नैना देवी जिला बिलासपुर के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य चमन सिंह ठाकुर एक ऐसे महान शिक्षक रहे हैं जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी अहम सेवाएं प्रदान की है और जिसकी शुरुआत जिला सिरमौर के दुर्गम क्षेत्र शिलाई के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मिल्ला मे टीजीटी आर्ट्स पद पर जून 1997 से जुलाई/1998 तक प्रदान की।
इन्होंने स्कूल के लिए 51000/- की बहुमूल्य धनराशि समर्पित की। तत्पश्चात इन्होंने 1998 से 2006 में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय स्वान जिला सोलन में अपनी सेवाएं प्रदान की जहां श्री चमन सिंह ठाकुर जी ने 21000/- की धनराशि स्कूल को समर्पित की।
उसके उपरांत इन्होंने 2007 में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुलेली जिला कांगड़ा में अपनी सेवाएं प्रदान की जहां चमन सिंह ठाकुर ने स्कूल में एक क्लास रूम का निर्माण अपनी धनराशि से करवाया जहां से 2011 में हेडमास्टर पदोन्नत हुए तत्पश्चात इन्होंने अपनी सेवाएं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जुबहखर जिला मंडी में प्रदान की जहां इन्होंने अपने धनराशि से एक सुन्दर ओर भव्य रसोईघर बनाने के लिए धनराशि प्रदान की। उसके उपरांत इन्होंने वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पुरृपल में अपनी सेवाएं प्रदान की तो वहां पर भी जब 2018 मे प्रधानाचार्य पदोन्नत हुए।
फिर पुनः इन्होंने 31000/- रूपए स्कूल को समर्पित किए तत्पश्चात जिला सिरमौर के शिलाई के उच्च माध्यमिक बडवा को 5100/- की बहुमूल्य धनराशि समर्पित कर दी तत्पश्चात इन्होंने वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नन्द जिला सोलन में (NSS) प्रोग्राम में भी 11000/- रूपए समर्पित किए ओर 2 लाख पचास हजार से विभिन्न स्कूलों में( stage) बनाने के लिए अपनी मेहनत की कमाई से समर्पित किए।
इतने सब करने और समाज और क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान बनाने वाले चमन सिंह ठाकुर ईश्वर का बारम्बार आभार ओर शुक्रिया अदा करते है कि उन्हें ईश्वर ने ही इन सभी पुनीत कार्य को करने की इच्छा शक्ति प्रदान की है। और इन्हें विभिन्न जिलों और प्रदेश स्तरीय अनेकों अवार्ड भी प्राप्त हुए हैं जो इनके कार्य क्षेत्र की पहचान ओर अहमियत को दर्शाता है और सेवानिवृत्त के बाद भी अपने गांव जिला के जरुरतमंद लोगों ओर सामाजिक संस्थाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
समाज में जहां आज स्वार्थ और बैईमानी का दौर चरम सीमा पर हे तो वहीं मेरे प्रथम गुरु रहे श्री चमन सिंह ठाकुर जैसे महान व्यक्तित्व आज भी समाज में विद्यमान है जिन्होंने इन्सानियत को अभी भी जिंदा रखा हुआ है अन्यथा हमें हर रोज चोरी,डकेती, भ्रष्टाचार हत्या, बलात्कार जैसी घटनाएं आए दिन देखने ओर सुनने को मिलती हैं आज चमन सिंह ठाकुर जी ने समाज में एक ऐसी पहचान बना ली है जिनका अनुसरण ओर अपने जीवन में हम सभी युवाओं ओर विभिन्न कार्य क्षेत्र में काम करने वाले सभी व्यक्तियों के लिए ढालने की परम् आवश्यकता भी।
और संभव है कि आज समाज भी ऐसे ऐसे महान व्यक्तित्व के कारण ही अपनी अहमियत बनाएं हुए हैं आज इस बात को समझने ओर चिन्तन करने की परम् आवश्यकता है कि आज के कलयुग में भी ऐसे ऐसे शिक्षक ओर समाजसेवी विद्यमान है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अनूठी पहचान के साथ साथ समाजसेवा में भी अपनी अनूठी पहचान क़ायम की है।
ऐसे आदरणीय और समाजसेवी शिक्षक को पुनः नमन आभार जिन्होंने अपने कार्यकाल के विभिन्न स्कूलों में अपनी अनूठी शिक्षा के साथ साथ स्कूलों की दिशा व दशा बदलने के लिए बहुमूल्य सेवाएं प्रदान की ओर आज भी है कार्यरत ऐसे शिक्षक ओर महान् व्यक्तित्व बिरले ही मिलते हैं।