लेखक ठाकुर हेमराज राणा
श्री विवेक महाजन जी अपने कम कार्यकाल में ही और नाम के अनुरूप ही अपने विवेक और इच्छाशक्ति की बदौलत पांवटा में परिवर्तन की एक नई रेखा खींच कर लोगों के दिलों में जगह बना गए। हाल ही में स्थानांतरित हुए उपमंडलाधिकारी श्री विवेक महाजन जी (HAS) अपने कम कार्यकाल में ही पांवटा साहिब में परिवर्तन की एक बड़ी रेखा खिच गए।
उनके अनुभव, इच्छाशक्ति, और योजनाओं की बदौलत पांवटा साहिब की आज कुछ हद तक तस्वीर बदली भी है जैसे की शुरुआती दौर में उन्होंने कूड़ा संयंत्र का निवारण किया जो पांवटा साहिब में जगह-जगह गंदगी और कूड़ा निस्तारण का गंभीर विषय था जिसका उन्होंने बखूबी हल भी किया और कोरोना काल में भी उन्होंने विभिन्न स्थानों में जाकर लोगों को जागरूक करने और विभागीय प्रशासन में अपनी अहम भूमिका निभाई।
तत्पश्चात पांवटा साहिब में जगह-जगह बंजर पड़ी सरकारी भूमि का सदुपयोग करके वहां पर वन विभाग के सहयोग से कई स्थानों में सुन्दर और हरे-हरे पार्कों की स्थापना की जिसमें आज समस्त पांवटा वासी गर्व महसूस करते है और युवाओं, बच्चों,और बुजुर्गो के लिए सैर करने और भ्रमण करने के लिए ऐतिहासिक पार्कों का उदय हुआ जो पांवटा साहिब में विभिन्न स्थानों पर आज अपनी अनूठी पहचान बना रहे हैं ।
वहीं विवेक महाजन जी ने अवैध रूप से सड़कों पर घुम रहे आवारा पशुओं और गौ माताओं को एकत्रित कर गौचैनचुरियो में पहुंचाने में भी अपनी अहम भूमिका निभाई थी साथ ही विभिन्न विभागों के साथ भी बहुत ही बेहतरीन सामंजस्य बनाए हुए थे उनका अपना शान्त स्वभाव,ओर लोगों के प्रति जुड़ा रहना और अधिकांश जगह खुद निरीक्षण करना भी सबसे बड़ी एक खूबी थी।
उन्होंने अपने अधिकांश कार्यकाल में बहुत ही शांत स्वभाव और प्यार से लोगों के बीच जाकर उनकी हर समस्या की जड़ तक जाने के बाद निवारण करने के हर संभव प्रयास भी किए हैं क्योंकि पांवटा एक ऐसा उपमंडल है जो अंतराज्यीय सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है जहां बहुत ही संजीदगी और अनुभवी सोच के साथ हर आए दिन कुछ ना कुछ फैसले और सजगता दिखाने की आवश्यकता पड़ती है।
वहीं विवेक महाजन जी ने समय-समय पर सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से पर्यावरण संरक्षण को बनाए रखने के लिए भी पौधों को लगाकर और सामाजिक कार्यकर्ताओं और सामाजिक संस्थाओं के बदौलत सफाई अभियान जैसे बड़े क़दम भी उठाए जिसे उन्होंने बाद में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में लगातार जारी रखा और इसके परिणाम भी आज हम सभी के सामने है।
अतः आज यह सब वर्तमान उपमंडलाधिकारी के इच्छाशक्ति और योजनाओं पर निर्भर करता है कि वह पांवटा साहिब में अपनी कितनी और कैसी पहचान पांवटा साहिब की जनता के बीच छोड़कर जाते हैं। ये तो भविष्य के गर्भ में है और आने वाले समय में प्रतित होगा, परन्तु जो इच्छा शक्ति और परिवर्तन की रेखा विवेक महाजन जी ने पांवटा की दिशा व दशा बदलने के लिए खींच गए वह अपने आप में बैहतरीन और यादगार जरूर बन गई है।
उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी बखूबी भूमिका निभाई और मां यमुना के सौंदर्यीकरण के लिए भी विभिन्न विभागों के साथ मिलकर युद्धस्तर पर काम करने की कोशिश की तथा पांवटा साहिब में गाड़ियों की पार्किंग के लिए भी प्रस्ताव और योजना बनाकर हिमाचल प्रदेश सरकार को स्वीकृति के लिए भेज दिया है जिसे स्वीकृत होने पर पांवटा साहिब में पार्किंग जैसी गंभीर समस्या से भविष्य में निजात मिलेगी।
इस प्रकार श्री विवेक महाजन एक कुशल प्रशासक की भूमिका निभा कर अपने कार्य क्षेत्र को बखूबी अंजाम देने में सफल प्रतित हुए।